मिरदंगिया ने हँस कर कहा था, 'अच्छा, इस बार माफ कर दो सरकार! अब से आप लोगों को बाप ही कहूँगा!' मिरदंगिया ने हँस कर कहा था, 'अच्छा, इस बार माफ कर दो सरकार! अब से आप लोगों को बा...
संसार में और-और अभाव तो अनेक हैं, पर निन्दकों की कोई कमी नहीं है संसार में और-और अभाव तो अनेक हैं, पर निन्दकों की कोई कमी नहीं है
प्रबल घृणा करने एवं उस घृणा को प्रबलतापूर्वक प्रगट करने की असाधारण क्षमता होती है प्रबल घृणा करने एवं उस घृणा को प्रबलतापूर्वक प्रगट करने की असाधारण क्षमता होती ह...
बिना मजदूरी के पेट-भर भात पर काम करने वाला कारीगर। दूध में कोई मिठाई न मिले, तो कोई बात नहीं, किंतु ... बिना मजदूरी के पेट-भर भात पर काम करने वाला कारीगर। दूध में कोई मिठाई न मिले, तो ...
निश्छल आदमी बहुत कम दिखता है निश्छल आदमी बहुत कम दिखता है
आज भी परमार नदी में महुआ घटवारिन के कई पुराने घाट है आज भी परमार नदी में महुआ घटवारिन के कई पुराने घाट है